जीलानी जीलानी जीलानी, जीलानी जीलानी जीलानी जीलानी जीलानी जीलानी, जीलानी
शाहबाज-ए-ला-मकानी किंदील-ए-नूरानी शाहबाज-ए-ला-मकानी किंदील-ए-नूरानी
मैं गौस का दीवाना हूँ मैं गौस का मस्ताना हूँ
मेरी नस्लों का नारा है मैं ग़ौस-ए-पाक के सदक़े
यहीं मेरा अकि़दा है मैं गौस-ए-पाक के सदक़े
मेरी नस्लों का नारा है, मैं ग़ौस-ए-पाक के सदके
फ़जाएँ भी महकती हैं जो चूमें ग़ौस का रोजा
वो गुम्बद क्या महकता है मैं ग़ौस-ए-पाक के सदके
मेरी नस्लों का नारा है मैं ग़ौस-ए-पाक के सदक़े
मैं गौस का दीवाना हूँ मैं ग़ौस का मस्ताना हूँ
यहाँ भी ग़ौस-ए-आजम का वहां भी ग़ौस-ए-आजम का
फ़क़त उन से ही रिस्ता है, मैं ग़ौस-ए-पाक के सदक़े
मेरी नस्लों का नारा है मैं गौस-ए-पाक के सदक़े
जो सदमा ग़म का लगता है 'करम या ग़ौस' कहता हूँ, मेरी माँ ने सिखाया है मैं ग़ौस-ए-पाक के सदके
मेरी नस्लों का नारा है मैं ग़ौस ए-पाक के सदक़े
मैं ग़ौस का दीवाना हूँ मैं ग़ौस का मस्ताना हूँ
मेरी है दोस्ती उन से जो आशिक़ ग़ौस-ए-आजम के जबां पे उन के रहता है मैं गौस-ए-पाक के सदक़े
मेरी नस्लों का नारा है मैं गौस-ए-पाक के सदक़े
वसीला ग़ौस का मॉँगो दुआएं रद नहीं होती
ख़ुदा को ग़ौस प्यारा है मैं गौस-ए-पाक के सदक़े
मेरी नस्लों का नारा है मैं ग़ौस-ए-पाक के सदक़े
मैं ग़ौस का दीवाना हूँ मैं ग़ौस का मस्ताना हूँ
मुझे दरबारे ग़ौस-ए-पाक ने सिखलाए हैं आदाब क़दम रुक रुक के उठता है मैं गौस-ए-पाक के सदके
मेरी नस्लों का नारा है मैं गौस-ए-पाक के सदक़े
उजागर हो गया कुर्बान ईंद-ए-गौसिया आई
दरे अक्दस पे पहुचा है मैं गौस-ए-पाक के सदके
मेरी नस्लों का नारा है मैं ग़ौस-ए-पाक के सदक़े
मैं ग़ौस का दीवाना हूँ मैं ग़ौस का मस्ताना हूँ