Moula Ali Roza

मेरी नस्लों का नारा है, मैं ग़ौस-ए-पाक के सदक़े | Meri Naslon Ka Naara Hai, Main Ghaus-e-Paak Ke Sadqe


By ilmnoohai.com   ·  
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जीलानी जीलानी जीलानी, जीलानी जीलानी जीलानी जीलानी जीलानी जीलानी, जीलानी

शाहबाज-ए-ला-मकानी किंदील-ए-नूरानी शाहबाज-ए-ला-मकानी किंदील-ए-नूरानी

मैं गौस का दीवाना हूँ मैं गौस का मस्ताना हूँ

मेरी नस्लों का नारा है मैं ग़ौस-ए-पाक के सदक़े
यहीं मेरा अकि़दा है मैं गौस-ए-पाक के सदक़े

मेरी नस्लों का नारा है, मैं ग़ौस-ए-पाक के सदके

फ़जाएँ भी महकती हैं जो चूमें ग़ौस का रोजा
वो गुम्बद क्या महकता है मैं ग़ौस-ए-पाक के सदके

मेरी नस्लों का नारा है मैं ग़ौस-ए-पाक के सदक़े
मैं गौस का दीवाना हूँ मैं ग़ौस का मस्ताना हूँ

यहाँ भी ग़ौस-ए-आजम का वहां भी ग़ौस-ए-आजम का
फ़क़त उन से ही रिस्ता है, मैं ग़ौस-ए-पाक के सदक़े

मेरी नस्‍लों का नारा है मैं गौस-ए-पाक के सदक़े

जो सदमा ग़म का लगता है 'करम या ग़ौस' कहता हूँ, मेरी माँ ने सिखाया है मैं ग़ौस-ए-पाक के सदके

मेरी नस्‍लों का नारा है मैं ग़ौस ए-पाक के सदक़े
मैं ग़ौस का दीवाना हूँ मैं ग़ौस का मस्ताना हूँ

मेरी है दोस्ती उन से जो आशिक़ ग़ौस-ए-आजम के जबां पे उन के रहता है मैं गौस-ए-पाक के सदक़े

मेरी नस्‍लों का नारा है मैं गौस-ए-पाक के सदक़े

वसीला ग़ौस का मॉँगो दुआएं रद नहीं होती
ख़ुदा को ग़ौस प्यारा है मैं गौस-ए-पाक के सदक़े

मेरी नस्‍लों का नारा है मैं ग़ौस-ए-पाक के सदक़े
मैं ग़ौस का दीवाना हूँ मैं ग़ौस का मस्ताना हूँ

मुझे दरबारे ग़ौस-ए-पाक ने सिखलाए हैं आदाब क़दम रुक रुक के उठता है मैं गौस-ए-पाक के सदके

मेरी नस्‍लों का नारा है मैं गौस-ए-पाक के सदक़े

उजागर हो गया कुर्बान ईंद-ए-गौसिया आई
दरे अक्दस पे पहुचा है मैं गौस-ए-पाक के सदके

मेरी नस्‍लों का नारा है मैं ग़ौस-ए-पाक के सदक़े
मैं ग़ौस का दीवाना हूँ मैं ग़ौस का मस्ताना हूँ

शायर: अल्लामा निसार अली उजागर नातख्वां: हाफ़िज डॉ. निसार अहमद मारफानी