Sex in Islam: गुदा मैथुन के नुक्सानात | Harmful effects of anal sex in islam?


By ilmnoohai.com   ·  
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आज कल अक्सर नौजवानों के पास स्मार्टफोन मौजूद हैं जिस में हाई स्पीड नेट के साथ डाटा भी काफ़ी मौजूद होता है फिर वो इंटरनेट से गंदी फिल्में डाउनलोड करते हैं और एनल सेक्स को भी सेक्स का हिस्सा समझ कर शादी के बाद इस गुनाह में मुब्तला होते हैं। इंटरनेट पर कसरत से ऐसी फिल्में और वेब सीरीज़ मौजूद हैं जिन से सेक्स नॉलेज हासिल करना अपनी मेरिड लाइफ (Married Life) को तबाह करने के बराबर है।

औरत के पीछे के मकाम में वती (sex) करने की मुमानिअ़त अहादीस में सराहत के साथ मौजूद है हदीस का मफ़हूम है कि जिस शख्स ने हाइज़ा औरत (यानी जो हैज़ की हालत में हो, उस) से जिमा किया या औरत के पीछे के मकाम में जिमा किया या किसी काहिन (ज्योतिषी, नजूमी वग़ैरह) के पास गया तो उस ने इस शरीअ़त का इंकार किया जो अल्लाह त'आला ने अपने रसूल (मुहम्मद सल्लल्लाहु त'आला अ़लैहि वसल्लम) पर नाज़िल की। (رواہ الامام احمد والترمذی والنسائی و ابن ماجہ و عبد بن حمید والبیھقی و ابن ابی شیبہ بہ حوالہ تفسیر در منثور از امام سیوطی، ج1، ص26)

एक और हदीस का मफ़हूम है कि मलऊन है वो जो अपनी औरत के दुबुर में वती (sex)करे। (यानी पीछे के मकाम में सेक्स करे)

(رواہ احمد و ابو داؤد، احکام القرآن از امام رازی، ج1، ص353، احکام القرآن از ابن العربی مالکی، ج1، ص174، الجامع الاحکام القرآن از امام قرطبی، ج3، ص87، التفسيرات الاحمدیہ از علامہ ملا احمد جیون، ص110، تفسیر ابن کثیر، ج1، ص263، تفسیر صاوی، ص104، تفسیر روح المعانی، ج2، ص124، تفسیر جلالین، تفسیر مظہری، ج1، ص104)

इन दलाइल से ये बात बिल्कुल वाज़ेह हो जाती है कि औरत के पीछे के मक़ाम में वती करना (जिसे Anal Sex कहते हैं, ये) सख़्त नाजाइज़ और गुनाह है।

एक तरफ़ जहाँ गंदी फिल्मों में ऐनल सेक्स को दिखाया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ़ गन्दी वेब सीरीज के ज़रिये ये पैगाम दिया जा रहा है कि ये कोई बुरी बात नहीं है। एक दौर था कि सिम्पल मोबाइल्स हुआ करते थे और कम्प्यूटर के ज़रिये इंटरनेट का इस्तिमाल करने वालों की तादाद बहुत ज़्यादा नहीं थी पर अब स्मार्टफोन ने गंदी फिल्मों की दुनिया में ईधन (Fuel) का काम किया है। अब हर शख्स के पास इंटरनेट की सहूलत मौजूद है और कुछ सेकंड के फासिले पर लाखों बल्कि करोड़ों गन्दी फिल्में स्टोर कर के रखी हुई हैं।

ना जाने कितनी वेबसाइट्स हैं जो एडल्ट वीडियो को प्रमोट कर रही हैं। एक वेबसाइट्स की रिपोर्ट के मुताबिक़ हर सैकेण्ड 1000 से ज़्यादा लोग वेबसाइट्स पर जाते हैं और हर दिन लाख नहीं मिलियन नहीं बल्कि बिलियंस की तादाद में लोग गंदी फिल्में देखते हैं। हमारा अन्दाज़ा है कि 60 फीसद से ज़्यादा नौजवान बल्कि उस से भी ज़्यादा जिस में लड़कियाँ भी शामिल हैं, गंदी फिल्मों के नशे में मुब्तिला हैं।

शरीअ़त में ऐनल सेक्स (Anal Sex) (यानी औरत के पीछे के मक़ाम में मर्द का उज़्वे खास दाखिल करने की) इजाज़त तो बिल्कुल नहीं लेकिन अगर एक आम शख्स की तरह भी सोचा जाये तो ये हरकत बड़ी घटिया और घिनौनी मालूम होती है। औरत के एक खास उज़्व को सेक्स के लिये खास किया गया है जिस तरह जिस्म के दूसरे आज़ा (पार्टस) के अपने अलग-अलग काम हैं। फिर इनको किसी दूसरे काम के लिये इस्तिमाल करना कैसे सहीह हो सकता है। और जब ऐसा किया जायेगा तो ज़ाहिर है कि कुछ गलत होगा।

औरत को भी इससे तकलीफ होती है क्योंकि फर्ज (वेजाइना, औरत की आगे की शर्मगाह) में जिमा के दौरान अपने आप एक तरी और चिकनाई आ जाती है जिससे आसानी होती है और चमड़े पर असर नहीं होता लेकीन दुबुर (पीछे के मक़ाम) में ऐसा नहीं होता जिसकी वजह से तकलीफ होना आम बात है और साथ मे खून निकलने और पाखाने के रास्ते की झिल्ली (जो पतली होती है, उस) के फटने का भी अन्देशा है। इतना ही नहीं पीछे के मक़ाम मे जो गंदगी होती है उससे इन्फेक्शन भी हो सकती है जो कई बीमारियों का सबब बन सकती है। ये बातें जो नहीं जानते और शादी के बाद औरत के साथ जानवरों जैसा सुलूक करते हैं उनकी अज़्दवाजी ज़िंदगी (मेरिड लाइफ) से सुकून खत्म हो जाता है और ज़िंदगी भर परेशान रहते हैं।