madina-sharif

आका लेलो सलाम अब हमारा सलाम लिरीक्स

सबा तू मदीने जा के कहना खुदारा
आका लेलो सलाम अब हमारा

गम से हैं टूटे हुए इसियां में डूबे हुए
करदो करम या नबी हैं हाथ फैले हुए
रोजे महशर उम्मती का आप ही सहारा
आका लेलो सलाम अब हमारा...

चांद के टुकड़े किए पेड़ों ने सज्दे किऐ
सूरज पलट कर आ गया ये मोजिज़े हैं आपके
सारी दुनिया पर है आका कुबजा तुम्हारा
आका लेलो सलाम अब हमारा...

नूरे ख़ुदा आप हैं शाहे हुदा आप हैं
ऐ सरवरे अंबिया बहरे सखा आप हैं
है ये अजमत रब ने तुम पर कूरआ उतारा
आका लेलो सलाम अब हमारा...

दिन रात रोती है ये उम्मत तुम्हारे लिए
हो जाए गजरे करम आका हमारे लिए
तैबा की गलियों का हमको हो अब नजारा
आका लेलो सलाम अब हमारा...

सबा तू मदीने जा के केहना खुदारा
आका लेलो सलाम अब हमारा....