ऐ दीने हक के रहबर तुम पर सलाम हर दम
मेरे श्फीए महशर तुम पर सलाम हर दम
ऐ दीने हक के रहबर तुम पर सलाम हर दम
दुनिया व आखिरत में सब मैं रहूँ सलामत
प्यारे पढ़ें न क्यूँ कर तुम पर सलाम हर दम
ऐ दीने हक के रहबर तुम पर सलाम हर दम
इस बेकसौं हर्जीं पर जो कुछ गुजर रही है
जाहिर है सब वो तुम पर रहबर सलाम हर दम
ऐ दीने हक के रहबर तुम पर सलाम हर दम
कोई नहीं है मेरा मैं किसके पास जाऊ
सुलतान बन्दा परवर तुम पर सलाम हर दम
ऐ दीने हक के रहबर तुम पर सलाम हर दम
बुलवाके अपने दर पर अब हमको दीजे इज्जत
फिरते हैं ख्वार दर दर तुम पर सलाम हर दम
ऐ दीने हक के रहबर तुम पर सलाम हर दम
अपने गदा की लीजे अब तुम ख़बर खुदारा
कीजे करम हसन पर तुम पर सलाम हर दम
ऐ दीने हक के रहबर तुम पर सलाम हर दम
मेरे शफ़ीए महशर तुम पर सलाम हर दम
ऐ दीने हक के रहबर तुम पर सलाम हर दम