madina-sharif

सलाम ऐ आमिना के लाल सलाम लिरीक्स

सलाम ऐ आमिना के लाल ऐ महबूबे सुबहानी
सलाम ऐ फखरे मौजूदात फखरे नौए इन्सानी

सलाम ऐ जिल्‍ले सुब्हानी सलाम ऐ नूरे यजदानी
तेरा नक्शे कदम है ज़िन्दगी की लौहे पेशानी

तेरे आने से रौनक आ गई गुलज़ारे हस्ती में
शरीके हाल किस्मत हो गया फिर फज़ले रब्बानी

के तेरी सूरत तेरी सीरत तेरा नक्शा तेरा जलवा
तबस्सुम गुफतगू बन्दा नवाज़ी खंदा पेशानी

जमी का गोशा गोशा नूर से मामूर हो जाए
तेरे परतों से मिल जाए हर इक जर्रह को ताबानी

हफीजे बेनवा भी है गदाए कूचए अहमद
अकीदत से जबीं तेरी मुरव्वत से है नूरानी

तेरा दर हो मेरा सर हो मेरा दिल हो तेरा घर हो
तमन्ना मुख्तसर सी है मगर तमहीद तूलानी

सलाम ऐ आतिशे जंजीरे बातिल तोड़ने वाले
सलाम ऐ खाक के टूटे हुए दिल जोड़ने वाले